Petrol Diesel Gas Price – देशभर में पेट्रोल, डीजल और गैस सिलेंडर की कीमतों में बड़ी राहत की खबर सामने आई है। अक्टूबर के आखिरी हफ्ते में सरकार ने पेट्रोल-डीजल के दामों में ₹10.50 रुपये प्रति लीटर तक की कटौती की है, जिससे आम जनता को बड़ी राहत मिली है। लगातार बढ़ते ईंधन दामों से परेशान लोगों के लिए यह खबर किसी तोहफे से कम नहीं है। खास बात यह है कि इस बार केवल पेट्रोल-डीजल ही नहीं बल्कि घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में भी भारी गिरावट की गई है। केंद्र सरकार ने यह फैसला अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की घटती कीमतों को देखते हुए लिया है। अब एक सिलेंडर पहले की तुलना में ₹100 से ₹150 रुपये सस्ता मिल रहा है, जिससे घरेलू बजट में भी राहत देखने को मिल रही है।

पेट्रोल-डीजल के नए रेट जारी
आज के ताजा रेट के अनुसार, दिल्ली में पेट्रोल ₹94.25 प्रति लीटर और डीजल ₹87.10 प्रति लीटर तक सस्ता हो गया है। मुंबई, कोलकाता और चेन्नई जैसे महानगरों में भी इसी तरह की कटौती देखी गई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें प्रति बैरल 82 डॉलर तक गिर गई हैं, जिसका सीधा असर भारतीय बाजार पर पड़ा है। पेट्रोलियम मंत्रालय ने कहा कि सरकार समय-समय पर कीमतों की समीक्षा करती रहेगी ताकि उपभोक्ताओं को राहत दी जा सके। एक्साइज ड्यूटी में की गई कटौती से राज्यों के टैक्स में भी कमी आई है जिससे आने वाले दिनों में और राहत मिलने की संभावना है।
गैस सिलेंडर के दामों में गिरावट
एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में इस बार भारी गिरावट दर्ज की गई है। घरेलू उपयोग के लिए इस्तेमाल होने वाले 14.2 किलोग्राम के सिलेंडर की कीमत अब ₹850 के आसपास पहुंच गई है, जो पहले ₹950 से ₹1000 रुपये तक थी। वहीं, वाणिज्यिक उपयोग के लिए इस्तेमाल होने वाले 19 किलो वाले सिलेंडर के दामों में भी ₹120 से ₹150 रुपये की कमी आई है। पेट्रोलियम कंपनियों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में एलपीजी की मांग कम होने के कारण यह राहत संभव हुई है। आने वाले दिनों में यदि कच्चे तेल के दाम स्थिर रहते हैं, तो सिलेंडर की कीमतें और नीचे जा सकती हैं।
राज्यों में अलग-अलग रेट का असर
राज्यों में पेट्रोल और डीजल के दामों में अंतर मुख्य रूप से टैक्स दरों के कारण होता है। जैसे कि राजस्थान और मध्य प्रदेश में जहां वैट अधिक है, वहां पेट्रोल अभी भी ₹100 से ऊपर है। वहीं, उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में कीमतें ₹94 से ₹97 के बीच बनी हुई हैं। दक्षिणी राज्यों में भी हल्की कटौती देखने को मिली है। राज्य सरकारें चाहें तो वैट घटाकर उपभोक्ताओं को और राहत दे सकती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि कच्चे तेल की कीमतें स्थिर रहीं, तो आने वाले समय में देशभर में एक समान रेट लागू करने की दिशा में कदम उठाए जा सकते हैं।
आम जनता को मिलेगी बड़ी राहत
पेट्रोल-डीजल और गैस सिलेंडर के दामों में कटौती से सबसे ज्यादा फायदा मध्यम वर्ग और किसानों को होगा। ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट कम होने से सब्जियों, अनाज और अन्य जरूरी वस्तुओं के दामों में भी कमी आने की संभावना है। साथ ही, घरेलू गैस सस्ती होने से रसोई का बजट भी संतुलित रहेगा। इस निर्णय से महंगाई पर नियंत्रण पाने में मदद मिलेगी। त्योहारों के मौसम में सरकार का यह फैसला लोगों के लिए बड़ी राहत लेकर आया है। अर्थशास्त्रियों का मानना है कि यदि यह रुझान जारी रहा तो आने वाले महीनों में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) में भी गिरावट दर्ज की जा सकती है।

 
         
         
        