New rule for pensioners – पेंशनधारकों के लिए नया नियम लागू किया गया है, जिसके तहत सभी पेंशन प्राप्त करने वालों को 30 अक्टूबर तक अपनी KYC प्रक्रिया पूरी करनी अनिवार्य कर दी गई है। सरकार ने यह कदम पारदर्शिता बढ़ाने और फर्जीवाड़ा रोकने के उद्देश्य से उठाया है। यदि पेंशनधारक समय पर KYC नहीं कराते हैं, तो उनकी पेंशन राशि अस्थायी रूप से रोक दी जाएगी जब तक कि उनकी पहचान सत्यापित नहीं हो जाती। यह प्रक्रिया न केवल बैंक खातों की सुरक्षा के लिए आवश्यक है बल्कि यह सुनिश्चित करने के लिए भी है कि पेंशन सही व्यक्ति के खाते में ही जाए। पेंशनधारक ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से KYC कर सकते हैं। आधार कार्ड, पैन कार्ड और बैंक पासबुक की प्रतियां इस प्रक्रिया में आवश्यक होती हैं। सरकार ने सभी विभागों को निर्देश दिया है कि किसी भी तरह की तकनीकी परेशानी से बचने के लिए पेंशनर्स को जल्द से जल्द KYC पूरी करने के लिए जागरूक करें।

KYC प्रक्रिया कैसे करें – पेंशनधारकों के लिए जरूरी जानकारी
पेंशनधारक अपनी KYC प्रक्रिया बेहद आसान तरीके से पूरी कर सकते हैं। जिनके पास इंटरनेट की सुविधा है, वे अपने बैंक की वेबसाइट या मोबाइल ऐप के माध्यम से ऑनलाइन KYC कर सकते हैं। आधार नंबर और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर डालने के बाद OTP के जरिए यह प्रक्रिया कुछ ही मिनटों में पूरी हो जाती है। वहीं जिनके पास ऑनलाइन सुविधा नहीं है, वे अपने नजदीकी बैंक शाखा में जाकर मैन्युअली KYC करवा सकते हैं। इसके लिए उन्हें आधार कार्ड, पैन कार्ड और पासबुक की मूल व फोटोकॉपी साथ ले जानी होती है। बैंक कर्मचारी आवश्यक दस्तावेजों की जांच कर उन्हें डिजिटल सिस्टम में अपडेट करते हैं ताकि पेंशन भुगतान में कोई बाधा न आए।
KYC न कराने पर क्या होगी कार्रवाई
यदि कोई पेंशनधारक 30 अक्टूबर तक KYC नहीं करवाता, तो उसकी पेंशन राशि रोक दी जाएगी। सरकार ने स्पष्ट किया है कि यह अस्थायी रोक होगी, लेकिन जब तक प्रक्रिया पूरी नहीं होती, तब तक पेंशन खाते में क्रेडिट नहीं की जाएगी। इसके अलावा, बार-बार लापरवाही करने वाले पेंशनर्स के खाते को निष्क्रिय भी किया जा सकता है। इस नियम का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि केवल वास्तविक पात्र व्यक्ति ही पेंशन प्राप्त करें। विभिन्न राज्य सरकारों और केंद्र सरकार के विभागों ने इस संबंध में नोटिस जारी कर दिए हैं। कई बैंकों ने भी अपने ग्राहकों को SMS और ईमेल के माध्यम से समय पर KYC पूरी करने की अपील की है।
ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से KYC सुविधा
सरकार ने पेंशनधारकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए KYC के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों विकल्प उपलब्ध कराए हैं। ऑनलाइन प्रक्रिया उन वरिष्ठ नागरिकों के लिए फायदेमंद है जो घर से बाहर नहीं निकल सकते। वहीं ग्रामीण इलाकों में रहने वालों के लिए बैंक शाखाओं में ऑफलाइन सुविधा दी गई है। पेंशनधारक बैंक मित्र या कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) के माध्यम से भी यह प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। इससे सरकार का उद्देश्य डिजिटल सुविधा को बढ़ावा देना और वरिष्ठ नागरिकों के लिए पेंशन प्रक्रिया को पारदर्शी बनाना है।
सरकार की चेतावनी और पेंशनर्स के लिए जरूरी सलाह
सरकार ने सभी पेंशनर्स को चेतावनी दी है कि वे अंतिम तिथि से पहले KYC पूरी कर लें। जो पेंशनधारक इस नियम का पालन नहीं करेंगे, उन्हें अगले महीने से पेंशन प्राप्त करने में दिक्कत हो सकती है। पेंशन विभाग और बैंकों ने हॉटलाइन नंबर और हेल्पडेस्क भी शुरू किए हैं, जहां किसी भी तकनीकी या दस्तावेज संबंधी समस्या का समाधान किया जा सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम लंबे समय में पेंशन व्यवस्था को अधिक पारदर्शी और सुरक्षित बनाएगा, जिससे धोखाधड़ी के मामलों में कमी आएगी और वास्तविक लाभार्थियों को बिना किसी देरी के पेंशन मिलती रहेगी।
