Amul ने जैसे ही आधी रात को Butter, Doodh और Cheese की कीमतें घटाने का फैसला किया, पूरे भारत में एक तरह से खुशी का माहौल बन गया। मार्केट में रात से ही लोगों की भीड़ देखी गई जिनको इस बात का यकीन ही नहीं हो रहा था कि Amul ने इतने बड़े लेवल पर प्राइस कम कर दिए हैं। आम आदमी के बजट पर पिछले कुछ महीनों से लगातार प्रेशर बना हुआ था, लेकिन अब इस प्राइस कट के बाद किचन खर्च में बड़ी राहत मिल सकती है। Amul का यह फैसला आने वाले फेस्टिव सीजन में परिवारों के किचन बजट के लिए बड़ी मदद साबित हो सकता है, क्योंकि दूध, मक्खन और चीज़ जैसी चीजें रोजमर्रा की कैटेगरी में आती हैं। मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि आने वाले दिनों में अन्य ब्रांड्स पर भी इसका सीधा दबाव पड़ेगा और वो भी प्राइस कट करने पर मजबूर हो सकते हैं। सोशल मीडिया पर भी इसकी चर्चा चल रही है जहां लोग लिख रहे हैं कि “Amul ने सही समय पर सही कदम उठाया है” और “अब घर में बच्चे भी मस्ती से सैंडविच और बटर टोस्ट खा सकेंगे!”

Amul का अचानक फैसला और गृहिणियों को मिली बड़ी राहत
इस फैसले से सबसे ज्यादा खुशी घर चलाने वाली महिलाओं को मिली है क्योंकि Amul के प्रोडक्ट्स एक तरह से हर घर का हिस्सा होते हैं। दूध सुबह से रात तक हर घर में यूज होता है, दाल-सब्जी, चाय, कॉफी, बच्चों के लिए मिल्क बनाना, सब कुछ दूध के बिना असंभव है। इसी तरह Butter, Cheese और Paneer हर घर की जरूरत बन चुके हैं। अब प्राइस कट होने से घरेलू बजट में बड़ी राहत आएगी। माना जा रहा है कि फेस्टिव सीजन में जब दुग्ध उत्पादों की खपत बढ़ती है, तब ये कीमतें कम होना सबसे बड़ा तोहफ़ा साबित हो सकता है। खासकर त्योहारों के दौरान मार्केट डिमांड कई गुना बढ़ जाती है और अब सस्ता सामान मिलने से फैमिली फ़ंक्शन और घर की छोटी-मोटी पार्टीज़ में खर्च में भी बचत होगी। आर्थिक एक्सपर्ट्स भी कह रहे हैं कि यह डिसीजन भविष्य में डेयरी मार्केट की प्राइस स्ट्रेटजी को बदलकर रख देगा क्योंकि Amul मार्केट लीडर है और उसके कदम से पूरा सेक्टर प्रभावित होता है।
क्या दूसरी कंपनियां भी कीमत घटाएंगी? मार्केट में टेंशन बढ़ी
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या Mother Dairy, Britannia और अन्य दूसरी कंपनियां भी यही कदम उठाएंगी? क्योंकि अगर वो प्राइस कट नहीं करतीं और Amul सस्ते रेट में मिल रहा है, तो कस्टमर सीधा ब्रांड बदल देगा। FMCG सेक्टर में प्राइसिंग का खेल बहुत ही सेंसेटिव होता है और Amul ने अचानक मार्केट में ऐसी चाल चली है कि बाकी प्लेयर्स के सामने मजबूरी पैदा हो गई है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि अब आने वाले 7-10 दिनों में बाकी ब्रांड्स की स्ट्रेटजी क्लियर होगी। कई जगहों पर तो मार्केट में पहले ही अफवाह चल रही है कि कुछ ब्रांड्स अपने डिस्ट्रीब्यूटर लेवल पर प्राइस कट का कैलकुलेशन कर रहे हैं। दूसरी तरफ सरकार भी चाहती है कि रोजमर्रा के प्रोडक्ट्स की कीमतें कंट्रोल में रहें ताकि महंगाई का दबाव कम हो सके। अब देखना यह है कि ये प्राइस कट टेम्पररी है या लॉन्ग टर्म बेस पर रहेगा। लेकिन फिलहाल जनता के लिए यह राहत की हवा की तरह है।
सोशल मीडिया पर #AmulPriceCut ट्रेंड, लोग बोले “This is Real Diwali Gift”
सोशल मीडिया पर लोग इस फैसले को असली दिवाली गिफ्ट बता रहे हैं। ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर #AmulPriceCut ट्रेंड करता हुआ दिखा जहां हजारों लोग अलग-अलग तरह के रिएक्शन दे रहे हैं। कुछ लोग तो मजाक-मजाक में लिख रहे हैं — “अब सैंडविच में चीज़ डबल, टोस्ट में बटर ट्रिपल!”। वहीं कई लोग इस कदम को सरकार के प्रेशर से जोड़कर देख रहे हैं क्योंकि पिछले कई हफ्तों से महंगाई पर कंट्रोल की बात चल रही थी। अब जब Amul ने इतनी बड़ी कटौती की है तो ये आम आदमी के लिए एक सही दिशा में उठाया गया कदम माना जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई सुपरमार्केट और ग्रॉसरी स्टोर पर रात से ही लोगों की लाइनें लग गईं। लोग कह रहे हैं कि आज पहली बार ऐसा लगा कि किसी बड़ी कंपनी ने पब्लिक इंटरेस्ट में कुछ करके दिखाया है।
आने वाले दिनों में कौन-कौन सी चीज़ों के सस्ते होने की उम्मीद?
अब मार्केट में सबसे ज़्यादा चर्चा इस बात की है कि क्या अब Paneer, Yogurt, Ghee और Ice-Cream जैसी चीज़ों के दाम भी कम होंगे? क्योंकि अगर Amul dairy segment में एक के बाद एक प्राइस कट करना शुरू कर दे, तो पूरा फूड और बेवरेज सेक्टर हिल जाएगा। कुछ एक्सपर्ट्स का तो यह भी कहना है कि आने वाले 2-3 हफ्तों में Amul और भी कुछ प्रोडक्ट्स के दाम कम कर सकता है ताकि फेस्टिव सीजन में Maximum Sales Volume हासिल किया जा सके। अगर ये ट्रेंड आगे बढ़ा, तो छोटे घरों से लेकर बड़े होटलों तक हर लेवल पर बिल में कमी दिखाई देगी। अब सबकी निगाहें आगे आने वाली घोषणाओं पर हैं। जनता की यह भी उम्मीद बन गई है कि Amul का यह स्टेप इंडस्ट्री के लिए एक न्यू स्टैंडर्ड सेट करेगा और दूसरे प्लेयर्स भी कस्टमर फ्रेंडली प्राइसिंग अपनाने पर मजबूर होंगे।
